Coronavirus: क्या उपवास रखने से कम हो जाती है इम्यूनिटी?

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Coronavirus - Does keeping fasting reduce immunity

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी तरह से लोगों की जिंदगी बदल कर रख दी है। चूंकि अब नवरात्र चल रहे हैं, ऐसे में कई जगहों पर तो दुर्गा पूजा तो लगभग ना के बराबर ही हो रही है और जिन जगहों पर हो भी रही है तो वहां प्रशासन ने कोरोना से बचने के लिए लोगों से सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन करने की सलाह दी है। अब ये तो आप जानते ही होंगे कि कोरोना से बचने के लिए इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है और चूंकि अभी नवरात्र हैं तो कई लोग उपवास भी रखते हैं, ऐसे में यह सवाल बहुत जरूरी हो जाता है क्या उपवास रखने से भी इम्यूनिटी कम हो जाती है?

क्या व्रत रखने से इम्यूनिटी कम होती है?

इम्यूनिटी कुछ दिन या हफ्तों में नहीं आती है, यह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है। जिनका पहले से अच्छा खान-पान है, योग करते हैं, धूम्रपान नहीं करते हैं और कोई बीमारी नहीं है तो उपवास में उनकी इम्यूनिटी में कोई फर्क नहीं आएगा। अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं, तो समय पर दवाई लें और अगर व्रत रख रहे हैं तो जहां तक संभव हो लंबे समय तक भूखे न रहें। सात्विक भोजन लेते रहें। सबसे महत्वपूर्ण है देवी मां की उपासना घर के अंदर करें। भीड़ वाली जगहों पर न जाएं।

सीरो सर्वे क्या है, इसके क्या लाभ हैं?

सीरो सर्वे एक कम्युनिटी बेस्ड टेस्ट है, जिसके द्वारा ये पता करने की कोशिश की जाती है कि किसी विशेष स्थान पर कितने लोगों में कोरोना का संक्रमण हो चुका है। लेकिन इसमें ये नहीं पता चलता है कि व्यक्ति अभी भी पॉजिटिव है या नहीं। सीरो सर्वे में ये देखने की कोशिश करते हैं कि किसी कम्युनिटी में कभी या वर्तमान में कितने लोगों में कोरोना का संक्रमण हो चुका है।

कौन से सैनिटाइजर का उपयोग करना ज्यादा अच्छा है?

जिस सैनिटाइजर में 70 फीसदी तक अल्कोहल हो, उससे ही वायरस नष्ट हो सकता है। जब भी सैनिटाइजर खरीदें, उस पर अल्कोहल की मात्रा जरूर देख लें।

अगर किसी को लक्षण नजर आ रहे हैं तो कितने दिन पर कोरोना टेस्ट कराना चाहिए?

अगर कोई संक्रमित के संपर्क में आया है और लक्षण दिख रहे हैं तो पांच से दस दिन के अंदर यानी आठ दिन के बाद कोविड जांच करा लें। इस बीच अगर एसिम्प्टोमेटिक हो जाते हैं, यानी पहले लक्षण थे और फिर लक्षण खत्म हो गए तो कुछ दिन आइसोलेशन में रहें। अगर लक्षण हैं तो तुरंत जाकर अपना टेस्ट कराएं, ज्यादा इंतजार न करें।

प्रदूषण की वजह से सर्दी-जुकाम को कैसे पहचानें?

कोविड के लक्षण अभी तक निश्चित नहीं हैं। अलग-अलग मरीजों में अलग-अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। मरीज को केवल देख कर नहीं बता सकते हैं कि उसमें लक्षण सामान्य हैं या कोविड के। सिर्फ जांच करके ही पता किया जा सकता है। अगर बुखार के साथ-साथ सर्दी-खांसी है और आप निरंतर बाहर जा रहे हैं तो कोरोना हो सकता है। अगर केवल छींक आ रही है, किसी वजह से जुकाम हुआ है तो कम संभावना है। हालांकि फिर भी जांच कराना ज्यादा अच्छा है।

कोरोना काल में कई लोग मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं, इनसे कैसे बाहर निकलें?

कभी भी मन में परेशानी, तनाव या चिंता है तो उसे लेकर नाउम्मीद मत हों। किसी खास चीज से अगर आपको तनाव होने लगता है, घबराहट होती है तो उससे खुद को दूर रखें। फेक न्यूज के चक्कर में कतई मत पड़ें। इसलिए सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेशों से दूर रहें। बेहतर होगा ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन पर भी खबरें देखें। अगर वायरस से संबंधित चिंता कर रहे हैं, तो सबसे पहले नियमों का पालन करें। अपने मित्रों, रिश्तेदारों के संपर्क में रहें। इससे आपका भय कम होगा।

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