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उन्होंने 60 साल की उम्र में हनुमान की भूमिका निभाई थी। उनकी लोकप्रियता इस कदर थी कि मंदिर में उनकी तस्वीर भी लगना शुरू हो गई थी। लोग उनकी पूजा भगवान हनुमान समझ कर करते ।
इस बीच दारा सिंह के बेटे विंदू दारा सिंह ने बताया है शूटिंग से जुड़ी रोचक जानकारी। वह कहते हैं कि पिता दारा सिंह ने हनुमान के किरदार के लिए नॅान वेज त्याग दिया था। चलिए आपको बताते हैं पूरी डिटेल..
हनुमान बनने के लिए दारा सिंह ने नॅान वेज खाना छोड़ा
दारा सिंह के बेटे विंदू दारा सिंह ने एक न्यूज पोर्टल से बातचीत के दौरान बताया कि रामायण की शूटिंग में जब वह हनुमान का किरदार निभाने लगे तो उन्होंने नॅान वेज खाना पूरी तरह से छोड़ दिया था।
ट्रेन से रामायण की कास्ट जाती थी शूटिंग के लिए
विंदू बताते हैं कि वह पिता के साथ कई बार लोकेशन पर जाया करते थे। रामायण की शूटिंग उमरग्राम सूरत में हुआ करती थी। शो की पूरी कास्ट और कई लोग ट्रेन से सूरत जाया करते थे।
विंदू दारा सिंह ने बताया ऐसे होती थी रामायण की शूटिंग
वह आगे बताते हैं कि वहां पर शूटिंग 5 से 6 दिन चलती थी। इसके बाद सभी लोग 2 से 3 दिन के लिए मुंबई वापस आ जाते थे।
शूटिंग खत्म होते ही दारा सिंह के पैर छूते लोग
उन्होंने ये भी बताया कि जब शूटिंग खत्म होती थी तो वो नजारा देखने लायक होता था। दारा सिंह अपने को एक्टर्स के साथ स्टूडियो के गेट खोलते थे। जहां सैकड़ों लोग उनके पैर छूने का इंतजार किया करते थे।
दारा सिंह को मिली सबसे अधिक फीस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामायण के लिए सबसे अधिक फीस दारा सिंह को दी गई थी। तब उन्हें 30 लाख के करीब की फीस दी गई थी। जो कि उस जमाने के हिसाब से सबसे अधिक रही है। आज के दौर में ये रकम 9 से 10 करोड़ के बीच मानी जा सकती है।
पहले से तय था दारा सिंह का हनुमान बनना
रामानंद सागर ने पहले से ये तय कर लिया था कि जब वह रामायण बनायेंगे तो हनुमान की भूमिका सिर्फ दारा सिंह निभायेंगे। उन्होंने रामायण की कास्टिंग के दौरान दारा सिंह को फोन लगाया और कहा कि आप मेरे नए टीवी शो में हनुमान का रोल कर रहे हैं।
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