Bhuban Badaikar: भुबन बादायकर ने सड़कों में मूंगफली बेचने के लिए सालों पहले बनाया था ‘कच्चा बादाम..’ गाना, आज 3 लाख से ज्यादा बन चुकी हैं रील्स
सोशल मीडिया पर इन दिनों कच्चा बादाम गाना जमकर ट्रेंड हो रहा है। बंगाली भाषा में बने इस गाने की लिरिक्स भले ही लोगों की समझ से परे है लेकिन ये गाना पूरे देश के जहन में बस चुका है। इस गाने को किसी नामी सिंगर या कम्पोजर ने नहीं बल्कि सड़कों पर मूंगफली बेचने वाले एक आम इंसान ने बनाया है। आइए जानते हैं क्या है भुबन बादायकर की असल कहानी-
बन बादायकर पश्चिम बंगाल के कुरालजुरी गांव के रहने वाले एक गरीब शख्स हैं। पेट बालने के लिए भुबन गांव की सड़कों पर मूंगफली बेचने का काम करते हैं।
साइकिल पर झोला रखकर भुबन सड़कों में सुरीले अंदाज में मूंगफली बेचते हैं। इसे क्रिएटिव अंदाज से बेचने के लिए भुबन ने कच्चा बादाम गाना तैयार किया था।
कच्चा बादाम गाना असल में मूंगफली पर बना है। बंगाली में मूंगफली को ही कच्चा बादाम कहते हैं।
पश्चिम बंगाल के छोटे से गांव में रहने वाले भुबन बंगाली भाषा के अलावा कोई भाषा की समझ नहीं रखते हैं। गांव में एक झोपड़ी में रहने वाले भुबन के घर में एक पत्नी दो बेटे, एक बेटी को मिलाकर कुल पांच लोग हैं जिनकी जिम्मेदारी वो खुद उठाते हैं। रोजाना 3 से 4 किलो मूंगफली बेचने के बावजूद भुबन महज 200-250 रुपए जमा कर पाते हैं
पॉपुलैरिटी मिलने के बाद भुबन ने बताया कि उन्होंने सड़कों पर लोगों का आकर्षित करने के लिए 10 साल पहले कच्चा बादाम गाना बनाया था। वो चाहते हैं सरकार उनके परिवार को आर्थिक मदद दे, जिससे उनका गुजारा हो सके।
गाना वायरल होने के बाद भुबन की बिक्री बढ़ चुकी है। चुनाव के दौरान उन्हें कैंपेन का भी हिस्सा बनाया गया है।
सोशल मीडिया पर कच्चा बादाम वीडियो वायरल होने के बाद एक रैपर रोन-ई ने री कम्पोज किया था। इस रीकम्पोज हुए गाने को यूट्यूब पर 30 मिलियन से ज्यादा व्यूज और 1.2 मिलियन लाइक्स मिल चुके हैं।