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इससे हम आपको पहले ही अवगत करा चुके हैं कि राम यानी कि अरुण गोविल को हकीकत में लोग भगवान राम मानते हैं। आज तक वह अपनी इसी छवि के साथ हैं।
वहीं इस संबंध में अरुण गोविल ने एक खुलासा किया है और बताया है कि कैसे एक महिला अपने बीमार बच्चे को उनके पैर पर छोड़कर जाना चाहती थी।
इसके बाद जो हुआ वो एक चमत्कार था। अरुण गोविल कहते हैं कि भगवान पर की गई आस्था कभी खाली नहीं जाती है। चलिए जानते हैं कि अरुण गोविल ने इस दिलचस्प किस्सा पर क्या कहा है। यहां पढ़ें इस बारे में पूरी डिटेल..
पूछने लगी कि श्री राम कहां पर हैं ?
बीबीसी को दिए गए इंटरव्यू में अरुण गोविल ने कहा कि ये उन दिनों की बात है जब टीवी पर रामायण अपने प्रसारण के कुछ समय बाद बेहद लोकप्रिय हो गया था। एक बार मैं अपने सेट पर टी शर्ट पहनकर बैठा हुआ था। तभी अचानक वहां पर एक महिला आ गई। वहां पर मौजूद लोगों से ये पूछने लगी कि श्री राम कहां पर हैं ?
उसने अपना बच्चा मेरे पैर पर रख दिया
वह आगे बताते हैं कि वह एक बच्चे को गोद में लेकर श्री राम यानी कि मेरी तलाश कर रही थी। सेट पर मौजूद कुछ लोगों ने उसे मेरे पास भेज दिया। मेरे पास आने के बाद पहले तो वह मुझे देखने लगी। कुछ देर बाद वह मेरे पास आई, उसने अपना बच्चा मेरे पैर पर रख दिया। मुझसे कहा कि मेरा बच्चा बहुत बीमार है।
अरुण गोविल ने कहा मैंने उसे पैसे दिए
उस महिला ने मुझसे बच्चा मेरे पैर में रखते हुए कहा कि मेरा बच्चा बहुत बीमार है। इसे बचा लीजिए। मैं ये देखकर बहुत घबरा गया। मैंने उनसे कहा कि आप ये क्या कर रही हैं। मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता हूं। आप इसे डॅाक्टर के पास लेकर जाइए। इसके बाद मैंने महिला को कुछ पैसे दिए और वो वहां से चली गई।
अरुण गोविल ने बताया कि बच्चा ठीक हो गया
अरुण आगे कहते हैं कि इस घटना के बाद तीन दिन बाद वो महिला दोबारा से सेट पर आईं। बच्चा उनके पास था। वो ठीक भी लग रहा था। जिसके बाद मैं ये समझ गया कि परमेश्वर से अगर कुछ भी सच्चे मन से मांगों तो वो उसे जरूर पूरा कर देते हैं।
भगवान राम के तौर पर भी लगाई जाती।
जब वह महिला उस बच्चे को मेरे पास लेकर बीमारी हालात में आयी थी तो मैंने ये कामना की थी कि उनका बच्चा जल्द ठीक हो जाए। बहरहाल आपको बता दें कि अरुण की लोकप्रियता ऐसी रही कि कई मंदिर में उनकी तस्वीर बतौर भगवान राम के तौर पर भी लगाई जाती।
राम अरुण गोविल
हालांकि उन्हें ये किरदार मिलने के पीछे बहुत बड़ी वजह उनके चेहरे की स्माइल रही है। अरुण ने खुद इसका जिक्र करते हुुए कहा है कि भगवान राम के फोटोशूट के दौरान राम के किरदार के लिए उनका चेहरा जम नहीं रहा था। फिर बाद में उन्होंने अपने चेहरे पर हल्की सी स्माइल ले आई। इसके बाद बतौर राम उनकी कास्टिंग हुई। टीवी पर कई राम का किरदार निभाने वाले कलाकार आएं। लेकिन अरुण जैसी लोकप्रियता किसी को नहीं मिली।
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