मौनी रॉय हो या करीना कपूर, जन्मदिन सेलिब्रेट करना हो या फैमिली गेट-टूगेदर, मालदीव बॉलीवुड वालों का पसंदीदा सैरगाह हो गया है। बात-बात पर यूएस और यूके का ट्रिप करने वाले स्टार्स को द्वीपों का यह देश पसंद आ रहा है।
मौनी रॉय का तो जैसे फेवरेट बन गया है मालदीव
टेलीविजन की नागिन मौनी रॉय ने अपना 35वां बर्थडे मालदीव में सेलिब्रेट किया। कुछ दिन पहले करीना कपूर भी अपनी बहन करिश्मा कपूर और अपने बच्चों के साथ मालद्वीप में छुटि्टयां बिताती नजर आई। इसके पहले करीना अपने पति सैफ अली खान का 51वां जन्मदिन मनाने के लिए भी यहां आ चुकी हैं।
जाह्नवी कपूर, दिशा पाटनी समेत कई एक्ट्रेस मालदीव की तस्वीरों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करती रहती हैं। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की प्रेसिडेंट के अनुसार, स्टार्स यहां सुरक्षित महसूस करते हैं, भीड़ से बचते हैं, अपने पसंद की सुविधाएं पाते हैं। भारत से नजदीक होने की वजह से भी इस आइलैंड पर ज्यादा लोग आते हैं।
फिल्मस्टार का फेवरेट क्यों बना मालदीव
TAAI की प्रेसिडेंट ज्योति म्याल बताती हैं कि बीते दो साल में कोविड के दिनों में मालदीव जैसे देशों के लिए भारत आय का एक बड़ा स्रोत (साल 2020) बनकर उभरा है। पहले इस मामले में हम तीसरे स्थान पर थे और अब हमारा स्थान पहला है। पूरी दुनिया जब टूरिज्म के नियमों को लेकर सख्त हो गई थी, तो इस देश ने इस खास मौके को जमकर कैश किया।
इसकी वजह थी कि यह दूर-दूर तक फैला है। इतना ही नहीं, कोविड के दिनों में यहां के बड़े होटल (फाइव स्टार की लग्जरी) अधिक खोले गए, जहां तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद थी। इस वजह से कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करना आसान रहा।
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मन में क्यों बसा है मालदीव
मालदीव हिंद महासागर में बसा द्वीपों का देश है। 11 लाख 53 सौ वर्ग किलोमीटर में फैला यह देश 1192 द्वीपों का समूह है। इसमें से केवल 187 द्वीपों पर ही लोग रहते हैं। यहां पर्यटकों के लिए कुल 159 खूबसूरत रिजॉर्ट बने हैं।
यहां के कलरफुल कोरल आइलैंड, सफेद रेत के समुद्री किनारे और नीला समंदर किसी को भी बरबस इस टूरिस्ट प्लेस का दीवाना बना देता है। साल 1972 में इस देश में टूरिज्म की शुरुआत हुई। इसी साल यहां पहला रिजॉर्ट खोला गया। यहां की टूरिज्म इंडस्ट्री की शुरुआत 280 बेड्स की क्षमता के साथ शुरू हुई जो साल 2020 में 51,500 बेड्स तक पहुंच गई है।
भारत और मालदीव का कनेक्शन
अक्टूबर 2020 के बाद भारत और मालदीव ने आपस में एक ट्रैवल कोरिडोर शुरू किया। इसके लिए दोनों देशों ने ट्रैवल बबल बनया। भारत से डायरेक्ट फ्लाइट सर्विस शुरू की गई। दूसरे पर्यटन स्थल के लिए जाने वाले टूरिस्ट के लिए मालदीव एक ट्रांजिट प्लेस बना।
भारतीय पर्यटकों के लिए वहां के गेस्ट हाउस में स्पेशल पैकेज की व्यवस्था भी की गई। साल 2016 में करीब 67 हजार भारतीय पर्यटक मालदीव आए। साल 2019 में इसमें करीब 84% इजाफा हुआ।
देसी लोगों की पसंद-नापसंद
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, साल 1991 में देश से बाहर जाने वाले लोगों की संख्या 19.4 लाख थी। यह साल 2018 में बढ़कर 263 लाख हो गई। प्रिफरेंस ऑफ इंडियन टूरिस्ट्स टूवार्ड्स ओवरसीज ट्रैवलिंग एंड डोमेस्टिक टूरिज्म नाम से प्रकाशित इस रिपोर्ट में पाया गया कि कई द्वीपीय देशों की इकोनॉमी के लिए टूरिज्म बहुत जरूरी है इनमें बहामास, मालदीव, फिलिपींस, सेशल्स शामिल है।
जो ताजमहल देखने आते हैं
ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के अनुसार, साल 2018 में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों में से करीब 75.33% में बांग्लादेश, यूएस, यूके, श्रीलंका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, चीन, जर्मनी, रूस, फ्रांस, जापान, सिंगापुर, नेपाल और थाईलैंड के लोग शामिल थे।
विदेशों से भारत आने वाले पर्यटकों (FTA : फॉरेन टूरिस्ट अराइवल) में पहले तीन स्थानाें पर बांग्लादेश, यूएस और यूके से आने वाले थे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की रिपाेर्ट के मुताबिक, विदेशी यात्रियों को भारत में ताजमहल, आगरा का किला, कुतुब मीनार, लाल किला बहुत ही आकर्षित करता है।