- Advertisement -
ब्लॉगसम्बन्ध बनाते समय किसे ज्यादा आनंद आता है? | भंगस्वाना की कहानी,...

सम्बन्ध बनाते समय किसे ज्यादा आनंद आता है? | भंगस्वाना की कहानी, राजा जो एक महिला बन गया

Related

भंगस्वाना की कहानी, राजा जो एक महिला बन गया: किसी के आने की आहट पाकर भीष्म पितामह ने धीरे-धीरे आंखें खोलीं। सामने धर्मराज युधिष्ठिर थे। महाभारत का युद्ध ख़त्म होने के बाद युधिष्ठिर शासक के धर्म, राजनीति और शासन से जुड़े तमाम सवालों को लेकर पितामह के पास जाते रहते। लेकिन उस दिन उन्होंने पूछा, ‘संभोग में किसे ज़्यादा आनंद आता है, मर्द को या औरत को?’

पितामह के पास कई पीढ़ियों का ज्ञान था, लेकिन इस सवाल का कोई सीधा, सटीक जवाब वह भी नहीं दे पाए। यह सवाल कठिन इसलिए था और अब भी है, क्योंकि सही उत्तर किसी एक ही शख़्स से मिलेगा, जिसने दोनों ज़िंदगियां जी हों। पौराणिक गाथाओं में ऐसे दो शख़्स मिलते हैं, हिंदुओं में राजा भंगस्वाना और ग्रीक कथाओं में संत टायर्सियस। पितामह ने युधिष्ठिर को भंगस्वाना की कहानी सुनाई।

पुत्र प्राप्‍ति के लिए किया अनुष्‍ठान

भंगस्वाना एक तेजस्वी राजा था, लेकिन बिना संतान के। उसके बाद कोई वारिस नहीं था, जो उसके राज्य को संभाल सके। संतान हासिल करने के लिए भंगस्वाना ने एक अनुष्ठान किया। इससे उन्हें सौ पुत्र हासिल हुए, लेकिन एक खता हो गई। उस अनुष्ठान में अग्नि देवता को ज़्यादा सम्मान मिला और इसने देवराज इंद्र को खफा कर दिया। इंद्र चाहते थे कि राजा को उसके किए की सजा दी जाए, लेकिन भंगस्वाना में ऐसा कोई दोष था ही नहीं। इंद्र को लेकिन अपने अपमान का बदला लेना था, तो एक दिन जब राजा शिकार पर निकले, तब देवराज ने उनकी बुद्धि फेर दी। भ्रम का शिकार होकर भंगस्वाना अपनी सेना से बिछड़ गए, रास्ता भूल गए।

इंद्र ने नाराज होकर जब राजा को बना दिया स्‍त्री

जंगल में भटकते-भटकते उन्हें भूख और प्यास ने आ घेरा, तभी सामने एक सरोवर दिखा। साफ़ पानी देखते ही राजा ने उस ओर अपना घोड़ा दौड़ा दिया। पहले उनके पालतू ने प्यास बुझाई और फिर उन्होंने। लेकिन यह क्या! पानी पीते ही उनके शरीर में परिवर्तन आने शुरू हो गए। बलिष्ठ हाथ-पैर कोमल अंगों में बदलने लगे, दाढ़ी-मूंछ गायब, छाती के लिए कवच का भार उठाना मुश्किल हो गया, कमर पर बंधी तलवार एकदम से भारी लगने लगी।

भंगस्वाना ने सरोवर के पानी में ख़ुद को देखा, वह एक युवती बन चुके थे। कुछ देर के लिए सुधबुध खो बैठे वह और जब होश आया तो अपने पर शर्म आने लगी। ‘इतने बड़े राज्य का राजा एक कोमलांगी युवती! अब क्या मुंह लेकर वापस लौटूंगा? क्या कहूंगा अपनी पत्नियों और बेटों से? जनता को क्या जवाब दूंगा?’ तमाम उधेड़बुन में फंसे भंगस्वाना ने एक फैसला किया और अपने राज्य की ओर चल पड़े।

जितना हैरान वह ख़ुद हुए थे, उससे ज़्यादा वे लोग हुए, जिन्होंने अपने राजा को इस रूप में देखा। भंगस्वाना ने अपने सभी दरबारियों, पुत्रों, पत्नियों और परिवार के दूसरे लोगों को बुलाया। उन्हें पूरी कहानी बताई कि कैसे एक सरोवर के जल ने उनका यह हाल किया। फिर उन्होंने अपने पुत्रों से कहा, ‘मिल-बांटकर शासन करो।’ राजपाट छोड़कर वह युवती, जो कुछ समय पहले तक पुरुष रूप में थी, जंगल की ओर चल पड़ी।

Related

स्‍त्री रूप में राजा ने दिया पुत्रों को जन्‍म

वन में युवती भंगस्वाना एक तपस्वी के आश्रम में रही और वहां उसने सौ पुत्रों को जन्म दिया। उन सौ पुत्रों के साथ वह फिर अपने राज्य पहुंची। उसने अपने सभी दो सौ पुत्रों को एकजुट किया और मिलकर राज करने का आदेश किया। उसके बेटों ने बात मान ली, लेकिन स्वर्ग के दरबार में बैठे इंद्र को यह अच्छा नहीं लगा। उन्होंने सोचा, ‘मैंने तो भंगस्वाना को दंड दिया था, लेकिन उसके पुत्र खुशी-खुशी राजपाट कर रहे हैं। यह तो कोई सजा नहीं हुई!’

इंद्र ने एक ब्राह्मण का वेश धारण किया और भंगस्वाना के बेटों के बीच फूट डाल दी। जो भाई मिल-बांटकर सत्ता का आनंद ले रहे थे, वे आपस में लड़ मरे। युवती भंगस्वाना को जब इसका पता चला, तो वह बहुत दुखी हुई। ब्राह्मण बने इंद्र फिर उसके पास पहुंचे और कठोर शब्दों में बताया कि क्यों उसे अपने पुत्रों की मौत का कष्ट झेलना पड़ रहा है। युवती ने तुरंत इंद्र के पांव पकड़ लिए, माफी मांगी। तब इंद्र ने कहा कि वह या तो उन पुत्रों को जीवित करेंगे, जिन्हें भंगस्वाना ने राजा रहते जन्म दिया या फिर उनको, जो युवती बनने के बाद पैदा हुए। भंगस्वाना ने उन पुत्रों को जीवित करने का आग्रह किया, जिन्हें उसने युवती बनने के बाद जन्म दिया था। इंद्र के कारण पूछने पर उसने बताया, ‘पुरुष की तुलना में एक स्त्री अधिक स्नेह कर सकती है।’

राजा ने इंद्र से स्‍त्री रूप में रहने का ही किया आग्रह

इस जवाब ने इंद्र को ख़ुश कर दिया। उन्होंने भंगस्वाना से कहा कि वह उन्हें वापस पुरुष बना सकते हैं। लेकिन उस युवती ने जवाब दिया, ‘मैं स्त्री रूप ही चाहती हूं। संभोग के दौरान एक स्त्री को पुरुषों के मुक़ाबले ज़्यादा आनंद आता है। यही वजह है कि मुझे यह रूप अधिक अच्छा लग रहा है।’

भंगस्वाना के जवाब ने इंद्र को संतुष्ट कर दिया और भीष्म पितामह की सुनाई इस कहानी ने धर्मराज को। लेकिन एक ग्रीक कथा भी है, जहां इसी सवाल के जवाब ने स्वर्ग की देवी को नाराज कर दिया था। ग्रीक कथाओं में टायर्सियस का दर्जा पैगम्बर का है। उनसे जुड़ी एक दंतकथा के मुताबिक, टायर्सियस ने एक बार सांप के एक जोड़े को अपनी लाठी से मार दिया। उस समय सांपों का वह जोड़ा प्रेमक्रीड़ा में रत था। टायर्सियस को इस गुनाह की सजा मिली और एक औरत में बदल गए। सात बरस एक स्त्री के रूप में रहना पड़ा। एक दिन फिर उन्होंने सांप के एक जोड़े को देखा। इस बार स्त्री रूप में टायर्सियस ने दया दिखाई और उन्हें अपना पुरुष रूप वापस मिल गया।

ग्रीक कथा

कहानी के मुताबिक, स्त्री-पुरुष के सेक्स सुख को लेकर तब देवताओं के बीच भी बहस छिड़ी थी। देवताओं के राजा ज्यूस का मानना था कि संभोग में स्त्री ज़्यादा सुख पाती है। वहीं, उनकी पत्नी, विवाह और प्रसव की देवी हेरा की धारणा इससे बिल्कुल उलट थी। इस विवाद का निपटारा करने के लिए ग्रीक देवताओं ने टायर्सियस को बुलाया और उनके सामने यही सवाल रखा। तब टायर्सियस ने कहा कि पुरुषों के मुक़ाबले महिलाएं सेक्स में नौ गुना अधिक आनंद लेती हैं। कहते हैं, इस जवाब ने हेरा को गुस्सा दिला दिया। अपनी हार से वह बौखला उठीं और टायर्सियस को अंधा बना दिया। ज्यूस इस बात से बहुत दुखी हुए। हालांकि उन्होंने श्राप को पलटा नहीं। इसके बदले में उन्होंने टायर्सियस को वह वरदान दिया, जिसके चलते एक पैगम्बर के रूप में उन्हें ख्याति मिली।

कामेच्छा

महाभारत और ग्रीक, दोनों की कथाओं में माना गया कि महिलाओं को अतरंग क्षणों में ज़्यादा आनंद आता है। लेकिन ग्रीक कथा में इस सच ने एक देवी को नाराज कर दिया, तो क्या यह पूरा सच नहीं है? इसका जवाब अब विज्ञान से पाने की कोशिश करेंगे। मिलते हैं इस आलेख के दूसरे हिस्से में।

Related

बात महाभारत काल की है जब पांचों पांडव अपनी शिक्षा दीक्षा ग्रहण कर रहे थे। इसी दौरान युधिष्‍ठिर के कोमल मन में एक जिज्ञासा उत्‍पन्‍न हुई। वह भागते-भागते अपने प्रीय भीष्‍म पितामह के पास पूछे और पूछ बैठे, हे तात! स्‍त्री और पुरूष के प्रेम संबंध में अधिक आनंद स्‍त्री को प्राप्‍त होता है या पुरूष को।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular content

- Advertisement -

Latest article

More article

- Advertisement -